मनपरिवर्तन……. – विनोद सिन्हा “सुदामा”
Post View 265 आ गए तुम…. मैंने अभी घर में कदम रखा ही था कि पत्नी सुधा ने मुझपर चिल्लाते हुए कहा… हाँ ….क्या हुआ… मैंने जानना चाहा… सुनो अब मैं यहाँ नहीं रह सकती… बहुत हुआ..मैं ये रोज़-रोज की झिकझिक और टोका टाकी से तंग आ गई हूँ… अब मुझसे जरा भी बर्दाश्त नहीं … Continue reading मनपरिवर्तन……. – विनोद सिन्हा “सुदामा”
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