मन का रिश्ता- शुभ्रा बैनर्जी  : Moral Stories in Hindi

Post View 12,121 Moral Stories in Hindi : “अरे ओ दिद्दा,कहां गई ?ये ले भुट्टे लाई हूं तेरे लिए।”शशि अंदर से भागती हुई आई और बोली”नहीं अम्मा,भुट्टा मत देना।इन्हें भूनने का समय ही नहीं मिलता,पड़े-पड़े सूख जातें हैं।मन मारकर फिर फेंकना पड़ता है। जबरदस्ती हर बार पकड़ा जाती हो कुछ ना कुछ।पैसे भी नहीं लेती … Continue reading मन का रिश्ता- शुभ्रा बैनर्जी  : Moral Stories in Hindi