मनमुटाव – प्रतिभा भारद्वाज ‘प्रभा’ : Moral Stories in Hindi
Post View 22,853 अस्पताल के कमरे में अपने पति शशांक के पास बैठी गौरी की आंखें बीते दिनों को याद करके अश्रुपूरित हो गईं. ….वह सोच रही थी कि आज यदि उसके भैया भाभी भी उसका साथ नहीं देते तो वो तो अकेली ही पड़ जाती….ससुराल की तरफ से तो कोई मदद करने नहीं आया … Continue reading मनमुटाव – प्रतिभा भारद्वाज ‘प्रभा’ : Moral Stories in Hindi
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