मंगला मुखी (भाग-16) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

Post View 44 कदम्ब अम्मा बाबू का अपमान नहीं करना चाहता था। इसलिये इतनी देर से सहन करता जा रहा था। वह चाहता था कि यदि सब कुछ शान्ति से निबट जाये तो अधिक अच्छा है लेकिन अब उसे बोलना ही था – ” अम्मा आप बार बार मेरे बच्चे को मनहूस कहकर उसे फेंकने … Continue reading मंगला मुखी (भाग-16) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi