“मन का मैल धुल गया” – आरती श्रीवास्तव

Post View 2,662 “दीदी! तुम यह साड़ी पहनकर अपनी ननद के घर जाना, तुम्हारे ऊपर ख़ूब जंचेगी।” प्रिया की छोटी बहन ने एक सुंदर-सी साड़ी निकाल कर उसे देते हुए कहा। प्रिया अपनी छोटी बहन रिया से साड़ी लेना नहीं चाहती थी परंतु उसके बार-बार ज़िद करने की वजह से उसने रिया की साड़ी लेकर … Continue reading “मन का मैल धुल गया” – आरती श्रीवास्तव