माल्यार्पण – गोमती सिंह

Post View 334 ************* आज उसका मन ब्याकुल होनें लगा अकुलाने लगा ।उसके मन में ये बात आ रही थी कि क्यों न कोई गोली खा लूँ,  जिससे कहानी फटाफट लिखी जा सके ।लेकिन कहानी लिखने की कोई गोली नहीं खाई जाती है, ये तो अनुभव की मोती होती है, जिसे शब्दों की लङियों में … Continue reading माल्यार्पण – गोमती सिंह