मजबूरी…!! -विनोद सिन्हा ‘सुदामा’

Post Views: 10 बहुत मुश्किल होता है किसी ऐसे सच को स्वीकार करना जो सिर्फ आपसे और आपके व्यक्तित्व से जुड़ा हो और जो कड़वा भी हो और आपको दर्द भी देता हो,मेरे लिए भी एक सच ऐसा था जिसे स्वीकार करना मुश्किल हीं नहीं पीड़ादायक भी था फिर भी स्वीकार कर रखा था मैंने … Continue reading मजबूरी…!! -विनोद सिन्हा ‘सुदामा’