“मैं तो जाऊँगी” – पुष्पा पाण्डेय

Post Views: 5 “अरे बहू !अंधेरे में  क्यों सोयी हो?” बाहर से आती सासु माँ  की आवाज से अंधेरा होने का एहसास हुआ। “हाँ माँ जी, अब अंधेरा दूर हो जायेगा।” सुमन ने एक नयी स्फूर्ति और हल्के मन से कमरे में प्रकाश किया।उसी समय रश्मि  का फोन आया। “सुमन!मैं कल नहीं जा पाऊँगी।” “क्यों?तुम्हें … Continue reading “मैं तो जाऊँगी” – पुष्पा पाण्डेय