मैं समझौता क्यों करूं? – गीता वाधवानी

Post Views: 87 आज प्रीति का विवाह होने जा रहा था। वह दुल्हन के रूप में सजी संवरी बैठी थी। उसका विवाह एक पढ़े-लिखे, सुंदर व्यक्तित्व वाले प्रकाश नामक लड़के से हो रहा था। स्वयं को दुल्हन के रूप में देखकर प्रीति को एक पुरानी दर्दनाक घटना स्मरण हो आई। इस घटना का जिक्र वह … Continue reading  मैं समझौता क्यों करूं? – गीता वाधवानी