मैं खामोश थी – नेकराम Moral Stories in Hindi

Post Views: 8 उस दिन लड़के वाले हमारे घर आए लड़के ने मुझे देखा और पसंद कर लिया मगर मैं खामोश रही किसी ने मेरी पसंद नहीं पूछी लड़के का अच्छा बिजनेस और देखने में सुंदर था दोनों परिवार वालों ने मिलकर मेरी सगाई की तारीख रख दी लड़के ने सब लोगों के सामने मेरी … Continue reading मैं खामोश थी – नेकराम Moral Stories in Hindi