मैं भी बाप हूं -शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

Post View 7,364 आज उमाकांत जी के घर में तहलका मचा हुआ था।पत्नी माधवी जी तमतमाई आईं और पति से बोलीं”सुन रहें हैं आप! आपके लाड़ले की बात।इन्हें मंदिर में शादी करनी है।टैंट-वैंट नहीं लगवाना,बैंड -बाजा की भी कोई जरूरत नहीं है। गिने-चुने बाराती लेकर मंदिर में पहुंचो,और शादी कर लो।सुन लीजिए आप,कान खोलकर।मैं शामिल … Continue reading मैं भी बाप हूं -शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi