मैं ऐसी क्यों हूं? – मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi

Post Views: 4 “कब तक चुप रहूं “क्या मुझे बोलना चाहिए•••? पिछले 10 सालों से मेरी जुबान बोलने से लड़खारती रही•• ना मैंने अपना दर्द  किसी को बताया और ना ही कभी किसी ने मुझसे पूछा•••! २२ साल की काव्या उदास सी कमरे में  चहल कदमी रही थी।  #अनकहा दर्द उसके चेहरे पर साफ झलक … Continue reading मैं ऐसी क्यों हूं? – मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi