महाकुंभ स्नान – अविनाश स आठल्ये : Moral Stories in Hindi

Post Views: 7 नहीं बेटा, तू रहने दे…अभी तो तेरी नई नौकरी लगी है, तुझे इतनी जल्दी छुट्टी कैसे मिलेगी? वैसे भी घुटनों के दर्द के कारण मुझसे चला नहीं जाता, मैं नहीं जाऊंगी महाकुंभ स्नान करने को… सुधा ने वाट्सएप कॉल पर अपने इकलौते बेटे शिशिर से कहा.. सुधा के बेटे शिशिर ने लगभग … Continue reading महाकुंभ स्नान – अविनाश स आठल्ये : Moral Stories in Hindi