माफ़ी – डॉ. अनुपमा श्रीवास्तवा

Post View 2,605,355 रामदिन काका ने प्रभा के कमरे के बाहर दरवाजे पर खड़े होकर आवाज लगाई। “बहुरिया आपके बाबूजी आए हैं मिलना चाहते हैं। उन्हें बुला लूँ अंदर !” काका को ही पूरे घर के देख -रेख की जिम्मेदारी दी गई थी। प्रभा जब से ब्याह कर इस घर में आई थी तब से … Continue reading माफ़ी – डॉ. अनुपमा श्रीवास्तवा