“माँ की करधनी” – विजय कुमारी मौर्य”विजय”
Post View 3,021 रामखिलावन का बड़ा सुन्दर परिवार था। कई सालों बाद माँ फूलमती की मिन्नतों से…. एक बेटा जन्मा था। रामखिलावन की माँ उसकी रात-दिन सेवा करती बस दूध पिलाने के लिए ही बहू जानकी की गोद में देती थी….. पोते के सवा महीने का होने पर उसका नामकरण और गाँव में दावत रखी … Continue reading “माँ की करधनी” – विजय कुमारी मौर्य”विजय”
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