माँ की ढाल – रश्मि श्रीवास्तव शफ़क़ : Moral Stories in Hindi

Post Views: 50 मीरा बालकनी में खड़ी बारिश की बूंदों को निहार रही थी और मन में कहीं घनी बारिश का शोर था।अबतक बस सहते चले आना का दर्द इस कदर भर गया था कि कब आँसू छलक कर बहने लगे थे,उसे पता भी नहीं चला अचानक कंधे पर एक स्पर्श पाकर वह चौंकी और … Continue reading माँ की ढाल – रश्मि श्रीवास्तव शफ़क़ : Moral Stories in Hindi