मां का दर्द मां बनके ही समझ आता है।- अर्चना खंडेलवाल
Post View 2,729 मां यह क्या इतना सारा आटा सेंक रही हो!!मैं इतने सारे लड्डू नहीं ले जाऊंगी, खाऊंगी तो मोटी हो जाऊंगी, आप कुछ कम कर लो, बहुत समय भी लग जायेगा और हमें बहुत सारे काम भी निपटाने है, मार्केट भी जाना है और शॉपिंग भी तो करनी है, सपना ने रसोई में … Continue reading मां का दर्द मां बनके ही समझ आता है।- अर्चना खंडेलवाल
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed