माँ जाये –  दीप्ति सिंह

Post View 445     सारा  कुनबा  एक  ही  शहर  में  बसा  होने  के कारण  बुआ जी  दोनों  ताऊओं  को  राखी  बाँध कर  आ  गयी  थीं।मैंने  भी  अपने  भाई  विजय  व भाभी  को  राखी  बाँधी  और  बुआ  जी  ने  पिताजी -माँ  को।  कुछ  देर  बाद  बड़े  ताऊजी  के  बेटे  श्याम भईया अपनी  बहन  मीता दी  और  … Continue reading माँ जाये –  दीप्ति सिंह