लोगो के घर जितने बड़े हो गए है दिल उतने ही छोटे हो गए हैं !! – स्वाती जैन
Post View 893 जाने क्या था उन आँखों में , गहरे शांत समुद्र सी आँखें थीं ! जब भी सोसायटी के कंपाउंड में उनको देखती लगता जैसे कुछ कहना चाहती हो वह मुझसे !! मैं शिप्रा अभी कुछ हफ्तों पहले ही हम शिफ्ट हुए हैं इस सोसायटी में , मेरे पति आलोक सुबह रोज दफ्तर … Continue reading लोगो के घर जितने बड़े हो गए है दिल उतने ही छोटे हो गए हैं !! – स्वाती जैन
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