लंगड़ी-कन्या – सीमा वर्मा

Post View 2,950 “लंगड़ी , हाँ यही उसका नाम है।” “जब भी मेरी यह भक्त कन्या अपने एक छोटे पाँव पर हिलक-हिलक कर अकेली ही कदम खींचती हुई आती है , मेरा ध्यान अपने समस्त भक्तों से हट कर उस पर ही केंद्रित हो जाता है, “अपनी हँसी उड़ाए जाने के डर से हमेशा एकाकी … Continue reading  लंगड़ी-कन्या – सीमा वर्मा