लालच का परिणाम –  विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Post Views: 3    ” हाय री मेरी किस्मत…धन के लालच में मैंने क्या अनर्थ कर डाला…हीरे को त्याग कर पत्थर घर में ले आई..।” कहते हुए गायत्री जी चाय बनाते हुए रोने लगी और रोते-रोते बस अपनी किस्मत को कोसती जा रहीं थीं।            किशोरी गायत्री के पिता एक अध्यापक थे।उसकी माँ सीमित आय में घर … Continue reading लालच का परिणाम –  विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi