Post View 460 जिसका डर था,वही हुआ। दादी सास को आये पाँच दिन ही हुए थे और उसके पीरियड हो गया। “अब क्या होगा?” उसे उलझन सी होने लगी। दादी पुराने विचारों की, बेहद छूत विचार मानने वाली महिला थीं। किसी को छूना नही… फ्रिज ,किचन का कोई सामान नही छूना, तीसरे दिन सिर … Continue reading लकीर के फ़कीर – कल्पना मिश्रा
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