कुटील चाल (भाग-2) – अविनाश स आठल्ये : Moral stories in hindi

Post Views: 4 भरे हुए मन से अरविंद अपने घर पहुंचता है, वह गुस्से से माँ की तऱफ नफ़रत भरी निगाह से देख रहा था, उसने ऑफिस से घर आकर शाम की चाय भी नहीं पी,अनमने ढंग से खाना खाकर अरविंद एक पलँग पर लेट गया, वह परेशान सा एक टक कमरे की छत को … Continue reading कुटील चाल (भाग-2) – अविनाश स आठल्ये : Moral stories in hindi