कुछ गुनाहों का प्रायश्चित नहीं होता – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Post View 9,221 कुंभ जाने की बातें रोज सरोज अपने पति से करती… आस पड़ोस रिश्तेदार सभी जा चुके हैं.. अजी हम दोनों हीं अभागे हैं जो अब तक नहीं जा पाए.. रमेश बोलता चले तो जाए पर मईया का क्या करें.. सरोज अपनी सास को कोसने लगती बुढ़िया मरती भी नहीं है…. हमे खा … Continue reading कुछ गुनाहों का प्रायश्चित नहीं होता – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi