कौन अपना- कौन पराया – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post Views: 5 एक क्षणिक आस और गोद मे लिये अपने आठ माह के रानू के साथ उर्मि बदहवास सी हॉस्पिटल के खाली पड़े कॉरिडॉर में चक्कर पे चक्कर लगा रही थी।इतना बड़ा हॉस्पिटल,पर उसमें सन्नाटा पसरा पड़ा था।उर्मि के सामने ही उसके सागर को सामने वाले रूम में ले जाया गया था।उसके बाद कही … Continue reading कौन अपना- कौन पराया – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi