कौन अपना- कौन पराया – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi
Post View 2,613 एक क्षणिक आस और गोद मे लिये अपने आठ माह के रानू के साथ उर्मि बदहवास सी हॉस्पिटल के खाली पड़े कॉरिडॉर में चक्कर पे चक्कर लगा रही थी।इतना बड़ा हॉस्पिटल,पर उसमें सन्नाटा पसरा पड़ा था।उर्मि के सामने ही उसके सागर को सामने वाले रूम में ले जाया गया था।उसके बाद कही … Continue reading कौन अपना- कौन पराया – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi
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