‘कोमल हूँ, कमज़ोर नहीं ‘ – विभा गुप्ता
Post View 6,146 ” मैं तुमलोगों को छोड़ूँगी नहीं, दोहरे चेहरे का मुखौटा उतारकर समाज को तुम्हारा असली रूप न दिखाया तो मेरा नाम कृतिका नहीं।”।एक भद्दी-सी गाली देते हुए बदहवास-सी कृतिका सारंग के कमरे से निकली और लगभग दौड़ती हुई घर चली गई। तीन महीने पहले ही कृतिका ‘ग्रीनलैंड इंटरनेशनल’ में होटल रिसेप्शनिस्ट के … Continue reading ‘कोमल हूँ, कमज़ोर नहीं ‘ – विभा गुप्ता
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