किस्मत या कर्मफल – आशा झा सखी : Moral Stories in Hindi

Post View 38,840 आज मानवी अपना सारा गृहकार्य समाप्त कर पढ़ने के लिए बैठी, सासु माँ ने आवाज लगा दी। अरे मानवी चाची जी आयी है। जरा दो कप चाय तो बना दो। मानवी ने झुंझलाकर अपनी किताब बन्द की और पहले आकर चाची सास के चरण स्पर्श कर उनका आशीष लिया और हालचाल लिए। … Continue reading किस्मत या कर्मफल – आशा झा सखी : Moral Stories in Hindi