किस्मत भाग -9 अंजु गुप्ता ‘अक्षरा : Moral Stories in Hindi

Post Views: 82 इधर सुमि और विपुल अपने अतीत और वर्तमान की उलझनों को सुलझा रहे थे, तो दूसरी तरफ़… शाम के वक़्त पार्क की बेंच पर सुमन अकेली बैठी थी। पैरों से पत्तों को बार-बार ठेलते हुए जैसे वो अपने भीतर की बेचैनी को दूर करना चाह रही थी। उसकी उँगलियाँ अनजाने में बेंच … Continue reading किस्मत भाग -9 अंजु गुप्ता ‘अक्षरा : Moral Stories in Hindi