किस्मत भाग -8 अंजु गुप्ता ‘अक्षरा :Moral Stories in Hindi

Post Views: 87 इधर कॉलेज से घर पहुँचते ही विपुल बिस्तर पर ढह गया।लेकिन दिमाग में बार-बार वही पल घूम रहा था —जब उसने विकास से हाथ मिलाया था, मुस्कुराकर उसे बधाई भी दी थी। लेकिन सुमि की मुस्कान, उसका शरमाना, नज़रें झुकाना, हर बात उसके दिमाग में घूम रही थी—सुमि, जिसे वह न जाने … Continue reading किस्मत भाग -8 अंजु गुप्ता ‘अक्षरा :Moral Stories in Hindi