किस्मत मुट्ठी में – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 7,180 मेरी बात मान ले यशोदा, जब खसम ही दगा दे गया तो तू भी किसी के साथ बैठ जा।कम से कम तेरा तथा इस नन्ही जान का पेट तो भरता रहेगा। क्या कह रही हो बुआ,आदमी लंपट निकल गया तो क्या मैं भी वेश्या बन जाऊं?ऐसे ही किसी के साथ बैठ जाऊं।बुआ … Continue reading किस्मत मुट्ठी में – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi