क़िस्मत की कठोरता; – दीपांशी राजपूत : Moral Stories in Hindi

Post Views: 6 सोद्रा की शादी को अभी कुछ ६ महीने भी नहीं हुए थे की उसे घर से अलग रहना पड़ रहा था। पुराना समय सोचते सोचते उसे याद आया की कैसे सब उसे दिन भर प्यार से रखते और रखते भी क्यो ना क्युकी सोद्रा थी ही एक बहुत गुणवान, पढ़ी लिखी और … Continue reading क़िस्मत की कठोरता; – दीपांशी राजपूत : Moral Stories in Hindi