किराया – कंचन श्रीवास्तव आरज़ू

Post Views: 4 जनमते ही अम्मा ने देह त्याग दिया ,और जब देह त्याग दिया तो भला मुझ जैसी अभागन को कौन देखता,और फिर बेटा होता तो लोग भले मां मर जाती पर हाथों हाथ लिए रहते ,पर मुझे ननिहाल भेज दिया गया। हां ननिहाल, काकी बताती है कि उनके कोई आल औलाद नहीं थी … Continue reading किराया – कंचन श्रीवास्तव आरज़ू