खुशियों की नई परिभाषा – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Post View 1,320 आज मन बहुत अशांत था। बचपन और माँ बहुत याद आ रही थी । सुनने वाले बोलेंगे पचपन में बचपन क्यों याद आना..। पर शायद हर इंसान के दिल में एक बच्चा छुपा होता है,जब दिल पर चोट पड़ती तो, उसे अपना बचपन और माँ शिद्दत से याद आते । पत्नी के … Continue reading खुशियों की नई परिभाषा – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi