खुशियों वाली दिवाली – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

चिपकी रहना बस दोनों बहनें इस फोन पर.. शर्म तो बिल्कुल बची नहीं दोनों में ऐसा लगता है दिवाली या सारे त्यौहार बस मेरे लिए ही आते हैं त्योहार क्या आते हैं मेरा तो काम भी दुगना कर देते हैं, इतनी बड़ी हो गई है जरा भी दया धर्म नहीं है की मां के काम … Continue reading खुशियों वाली दिवाली – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi