“खूनी चिट्टी” – दीपा साहू “प्रकृति”

Post View 305 तुझे जब देखा पहली दफा, उसी वक़्त मुहब्बत का एहसास हुआ था काव्या के आँखो में आंसुओं का नामोनिशान नहीं था।बस नज़र भर उस तिरंगे से लिपटे ताबूत को देख रही| तभी पीछे से जवान आए,और कहा-कमांडो लीडर आहान अख़्तर ने अपने आख़िरी साँसों में ये लिफ़ाफ़े आपके नाम दिए थे, मैम … Continue reading “खूनी चिट्टी” – दीपा साहू “प्रकृति”