“खूबसूरती रिश्तों की” – कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi

Post Views: 8 “खुशी जल्दी उठो बेटा दामाद जी का फोन है”…  “क्या मम्मी अमित यहां भी चैन से नहीं रहने दे रहे, अभी कल ही तो आई हूं, ऐसी भी क्या आफत आ गई जो सुबह सुबह फोन कर रहे है”… खुशी ने गुस्से से बड़बड़ाते हुए फोन ले लिया… थोड़ी देर अमित से … Continue reading “खूबसूरती रिश्तों की” – कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi