“खूबसूरती रिश्तों की” – कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi

Post Views: 128 “खुशी जल्दी उठो बेटा दामाद जी का फोन है”…  “क्या मम्मी अमित यहां भी चैन से नहीं रहने दे रहे, अभी कल ही तो आई हूं, ऐसी भी क्या आफत आ गई जो सुबह सुबह फोन कर रहे है”… खुशी ने गुस्से से बड़बड़ाते हुए फोन ले लिया… थोड़ी देर अमित से … Continue reading “खूबसूरती रिश्तों की” – कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi