खोल दो पंखो को – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi
Post View 14,855 कुछ दिनों से रोहित देख रहे थे मीता अक्सर खोई -खोई सी एकटक सामने देखती रहती, उसका वजन भी कम हो रहा था, उसके चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने वाली सदाबहार मुस्कुराहट की जगह एक खामोशी फैली हुई है, किसी काम में उसका मन नहीं लगता, कभी सब्जी जल जाती तो कभी दूध … Continue reading खोल दो पंखो को – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi
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