खिलौनों में भेदभाव कैसा – प्रीती वर्मा

Post View 3,231 कितनी उत्साहित थी वो, सुबह से अनगिनत बार मुझसे पूछ चुकी थी.. मम्मा कब पहुंचेंगे चाचू जी,मैं तो परेशान हो चुकी थी उसे बताते बताते कि चाचू शाम को पहुंचेंगे।और सिर्फ तान्या ही नही, जेठानी का बेटा अरनव भी सुधीर के आने से उत्साहित था।घर के दोनो बच्चे सुधीर का बेसब्री से … Continue reading खिलौनों में भेदभाव कैसा – प्रीती वर्मा