खिलखिलाती जिंदगी – भगवती सक्सेना गौड़

Post Views: 3 आज पार्क में शाम को अपनी सखी मालिनी को देखकर मन प्रसन्न हुआ। सोसाइटी में वो है पांच वर्षों से, पर छह महीने यहां पर और आधे वर्ष छोटे बेटे के घर मे रहती है। मुझे अंदाज़ था आज तो सब सखियों की मस्त महफ़िल जमेगी, कोई कोई शख्स अपने साथ अपने … Continue reading खिलखिलाती जिंदगी – भगवती सक्सेना गौड़