ख्वाब – नीलिमा सिंघल

Post Views: 4 कोई खुली आँखों से सपने देखता है तो कोई सोते हुए सपने देखता है…….और मैंने शायद दोनों तरह के सपने देखे,,बहुत सपने देखे,,एक के बाद दूसरा,,दूसरे के बाद तीसरा,,,,तीसरे के बाद….बहुत लम्बी लिस्ट है हमारी,,पर कोई भी सपना पूरा नहीं हुआ माँ पापा ने कभी किसी ख्वाब को पर ही नहीं लगने … Continue reading ख्वाब – नीलिमा सिंघल