Post View 1,613 आज नीरजा की आंखों से नींद कोसों दूर भाग गई थी।दिमाग को विचारों की उथल पुथल ने घेर रखा था। उसको खुद को ही समझ नही आ रहा था कि वो अंदर से खुश है या उदास है । एक बार कहीं पढ़ा था कि ज़िन्दगी एक किताब है जिसमे हर दिन … Continue reading खाली कोना-रीटा मक्कड़
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed