कथनी-करनी में अंतर – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

Post View 1,879     ” मित्रों….ना जाने कैसा जमाना आ गया है…लोग अपने घर के बुजुर्गों का आदर-सम्मान करना ही भूल गये हैं।जिन्होंने हमें ज़िंदगी दी है…हमें चलना- बोलना सिखाया है..आज वे हमसे सिर्फ़ थोड़ा प्यार चाहते हैं…अगर ये भी हम उन्हें भी न दे सके तो हमें इंसान कहलाने का कोई हक नहीं है।परिवार में … Continue reading कथनी-करनी में अंतर – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi