कसक – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi

Post View 29,378    नीम की सूखी पत्तियां  आंगन में  चारों ओर फैली हुई थी। कई दिनों तक भागदौड़ के पश्चात नीम की छाँव में बैठते ही पारो  की आंखें लग गयी। शीतल मंद बयार…।   अपने इकलौते बेटेबहू को आज ही बहू के मायके पग फेरे के लिये भेजा है। अकेली जान हजारों काम। नैहर ससुराल… … Continue reading कसक – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi