*करनी अपनो की* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi
Post View 478 भैय्या, आप तो नौकरी में बाहर ही रहते हो,चाचा अब रहे नही,तो इस खेती बाड़ी को कौन देखेगा? हां-हाँ ये बात तो है,कुछ सोचना तो पड़ेगा। भैय्या, आप यदि इजाजत दे तो आपकी जमीन को मैं बो और काट लूंगा।आपकी दोनो बेटियों की शादियों की जिम्मेदारी हमारी।आपके कारण हमारा भी काम चल … Continue reading *करनी अपनो की* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi
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