कर्मो का फल – मधू वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

Post View 9,089 वृद्धाश्रम की संचालिका की कुर्सी पर बैठी कमला जी सामने बैठी अपनी ही दुनिया  में खोई हुई जेठानी को देखकर एकदम हतप्रभ रह गईं। तभी सामने खड़े चपरासी मदन ने बताया बहन जी कोई लोग गाड़ी में आए थे और हाईवे के मेरठ कॉफी हाउस में इन्हें बिठाकर खाने के कुछ पैसे … Continue reading कर्मो का फल – मधू वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi