करनी का फल ‘ – विभा गुप्ता 

Post View 6,822   ” प्रिया,मेरा लंचबाॅक्स दो “     ” मम्मी, मेरा टिफ़िन बाॅक्स “          ” बहू, मेरी मालिश करने वाली तेल की शीशी कहाँ है?”          सुबह उठते ही प्रतिदिन इन आवाज़ों को सुनने की मेरी आदत-सी हो गई थी।दरअसल ये आवाज़ें मेरी पड़ोसिन शर्मा आंटी के घर से आती थीं।उनके घर में उनके पति ,एक … Continue reading करनी का फल ‘ – विभा गुप्ता