*करमजला* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi
Post View 8,235 अरे करम जले कुछ तो सोचा होता,सारे कस्बे में थू थू हो रही है।हमे तो तूने कही मुँह दिखाने लायक भी नही छोड़ा। माँ, क्या कह रही तू,तुझे क्या अपने राजू पर जरा भी यकीन नही है, क्या मैं ऐसा कोई काम करूंगा जिसे हम पर धब्बा लगे? तो बता क्या आजकल … Continue reading *करमजला* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi
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