कर्मफल ( टूटता विश्वास) – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Post View 6,089 “मां  आपको निर्णय लेना ही होगा मैं आपके कारण अपने घर में और कलह बर्दाश्त नहीं कर सकता” दिनेश ने गम्भीर लहज़े में अपनी मां पुष्पा से कहा  ” बेटा मैं क्या निर्णय लूं मैंने तो तुम्हें ही अपनी दुनिया मान लिया था तुम्हारे लिए मैंने क्या कुछ नहीं किया, झूठ फरेब, … Continue reading कर्मफल ( टूटता विश्वास) – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi