कांच में हीरे का एहसास – गोमती सिंह
Post Views: 6 —- सुबह सुबह गेट का ताला खोल कर मैं वहीं भोर का मनमोहक नजारा देखने में खोई हुई थी, तभी देखती हूँ कि छोटे छोटे बच्चे नादान,मासूम लगभग 5-7वर्ष की उम्र के दौडते हुए तेजी से आए और सड़क के किनारे पर बने कूड़ेदान में सब के सब घुस गये । सभी … Continue reading कांच में हीरे का एहसास – गोमती सिंह
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