Post View 611 अस्पताल के बिस्तर पर लेटे हुए सुरेंद्र जी गहरी सोच में थे, चोटों की वजह से पूरा शरीर भयंकर दर्द कर रहा था पर शरीर की चोटों से अधिक उनका मन आहत था। पांच भाईयो में सबसे छोटे और सबसे अधिक सेहतमंद सुरेंद्र ने कभी सपने में भी नही सोचा था की … Continue reading “कलयुगी अन्याय – कविता भड़ाना
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